क्या मुस्लिम होने के कारण ईमानदार बिहारी IAS अधिकारी को चुनाव आयोग ने किया ससपेंड

PATNA : देश में बहूत कम ऐसे ईमानदार IAS अधिकारी होते हैं जो सच्ची निष्ठा से काम करे। जो बिना किसी दवाब में काम करें। जो कठिन से कठिन स्टेप उठाने में भी ना हिचकिचाए।


इंट्रो से साफ है कि इस खबर में हम किसी ईमानदार अधिकारी की बात कर रहे हैं। बिहार की धरती पर जन्म लेने वाले उस अधिकारी का नाम है मोहम्मद मोहसिन। कर्नाटक कैडर के अधिकारी हैं मोहम्मद मोहसिन। चुनाव का समय चल रहा है। नियमानुसार वो सिर्फ अपनी ड्यूटी बजा रहे थे। उसके बदले में बिना किसी कारण के कानून को ताख पर रख उन्हें ससपेंड कर दिया गया।


मोहम्मद मोहसिन पर आरोप है की एक रैली के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हेलीकॉप्टर की जांच की। किसी भी चुनावी रैली में जांच की प्रक्रिया साधारण सी बात होती है, लेकिन यहां इस बात का बतंगर बनाया गया। पहले सोशल मीडिया में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का वीडियो वाइरल हुआ। इसमें प्रधान अधिकारियों से उलझते नजर आ रहे हैं। 

NDTV के पत्रकार रविश कुमार ने इस पूरे मामले पर 18  अप्रैल के prime time में विस्तार पूर्वक चर्चा की। रविश कहते हैं की क्या चुनावी ड्यूटी पर तैनात अधिकारी प्रधानमंत्री के काफिले की गाड़ी चेक नहीं कर सकता है? अगर ऐसा कोई कानून है तो चुनाव आयोग को पब्लिक को इसके बारे में बताना चाहिए। और अगर किसी अधिकारी ने हेलिकाप्टर की जांच कर दी तो क्या यह इस हद तक का अपराध है कि उस अधिकारी को निलंबित कर दिया जाए। कर्नाटक काडर के आईएएस अफसर मोहम्मद मोहसिन ने प्रधानमंत्री मोदी का हेलिकाप्टर चेक कर लिया। अचानक हुई इस चेकिंग के कारण प्रधानमंत्री के उड़ने में 15 मिनट की देरी हो गई। चुनाव आयोग ने मोहम्मद मोहसिन को निलंबित कर दिया और कहा कि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की सुरक्षा घेरे में रहने वाले लोगों की जांच की प्रक्रिया के अनुसार उन्होंने काम नहीं किया। 


सोशल मीडिया में लोग मोहसिन का समर्थन कर रहे हैं। इन लोगों की माने तो मुस्लिम होने के कारण भी इस ईमानदार अधिकारी को सजा दी जा रही है। 


मोहसिन के बारे में एक स्टोरी वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है की यही वो आईएएस मोहम्मद मोहसिन हैं जिन्हें संबलपुर में मोदी के हेलीकॉप्टर की तलाशी लेने पर चुनाव आयोग ने निलंबित कर दिया  है।कर्नाटक कैडर के इस आईएएस के ईमानदारी और उनके उसूलों की चर्चा पूरे साउथ में होती रही है।कहा जाता है वे एक कार्य भी गलत होने नहीं देते हैं।यही वह वजह है कि पिछले दिनों मोदी के हेलीकॉप्टर से काला संदिग्ध बैग ले जाने के बाद इस अधिकारी ने मोदी के हेलीकॉप्टर की तलाशी लेने का फैसला किया।चोर और भ्रष्टाचार में लिप्त लोग तो ईमानदार लोगों से डरते ही है।अब चुनाव आयोग ने तर्क दिया है कि एसपीजी प्राप्त व्यक्ति की तलाशी नहीं ली जा सकती।तो भाई चुनाव आयोग एसपीजी प्राप्त व्यक्ति को इसका फायदा उठाकर अपने साथ संदिग्ध सामान ठिकाने लगाने का भी तो अधिकार नहीं है। अब चाहे जो हो पर इस ईमानदार अधिकारी ने मोदी को भविष्य के लिये डरा दिया है अब वे अपने साथ काला बैग ले जाने से डरेंगे। सलाम रहेगा मोहम्मद मोहसिन साहब को, आईएएस हो तो आप जैसा…!!!

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