विदेशी मेहमानों को भाया बिहार, 28 दिन क्वारंटाइन रहने के बाद अपने देश जाने से कर दिया मना

महामारी के इस दौर में भारत अमेरिका और यूक्रेन से अधिक सुरक्षित है। यह कहना है कि बिहार में फंसे दो *विदेशी पर्यटकों का। ये दोनों भारत घूमने आए थे। एक अमेरिका का निवासी है तो दूसरा यूक्रेन का। लॉकडाउन के समय दोनों बिहार में घूम रहे थे, इसलिए यहीं फंस गए। दोनों को पटना के होटल पाटलिपुत्रा अशोका में क्वारंटाइन कर दिया गया। दोनों ने 28 दिन का क्वारंटाइन पूरा कर लिया है।

दोनों स्वस्थ हंै ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों को अपने देश जाने की अनुमति दे दी है, लेकिन दोनों ने अपने देश जाने से मना कर दिया है। दोनों का कहना है कि बिहार में कोरोना का असर अमेरिका ओर यूक्रेन की अपेक्षा बहुत कम है। यहां की सरकार और लोग दोनों बहुत अच्छे हैं। यहां हम खुद सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अब यहां से तभी जाना चाहेंगे, जब कोरोना का प्रकोप पूरी तरह खत्म हो जाएगा।

अमेरिका से आए हैं स्टीफन क्रेमर : अमेरिका के रहने वाले 65 वर्षीय स्टीफन क्रेमर भारत भ्रमण पर आए थे। बिहार घूमने के दौरान वह लॉक डाउन में पटना फंस गए। लॉक डाउन के बाद उन्हें होटल पॉटलिपुत्रा अशोका में क्वारंटाइन कर दिया गया। होटल के 105 नंबर कमरे में उनकी जिंदगी सिमट गई। अमेरिका में कोरोना से तबाही और भारत में लॉक डाउन उन्हें भा गया। वह क्वारंटाइन में खुश रहने लगे और छोटे से कमरे में रहकर देसी खाना खाने के बाद भी कभी शिकायत नहीं की।

अब क्वारंटाइन पूरा होने के बाद वे अमेरिका जाने से मना कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब उनकी इच्छा जानी तो स्टीफन ने साफ कह दिया भारत उनके लिए सुरक्षित है और वह अभी अमेरिका नहीं जाएंगे, उन्हें यहां रहने की इजाजत दी जाए।

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