बिहार में पहली बार होगा आनलाइन विधान सभा चुनाव, चुनाव आयोग ने कहा- डिजिटल रैली का हिसाब देना होगा

बिहार चुनाव की तैयारियां शुरू, डिजिटल रैलियों का भी देना पड़ेगा हिसाब

पटना. बिहार में अनलॉक 1 के शुरू होते ही विधानसभा चुनाव को लेकर जहां राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं बिहार निर्वाचन आयोग ने भी अपनी कवायद तेज कर दी है। कोरोनाकाल को देखते हुए इस बार चुनाव की प्रक्रिया, प्रचार के तरीके में बदलाव संभव है। इसके मद्देनजर चुनाव संबंधी तैयारियों को लेकर निर्वाचन आयोग सर्वदलीय बैठक बुलाने विचार कर रहा है। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवासन ने बताया कि आयोग ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पहले चरण में सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ बैठक हुई है। अब आयोग सर्वदलीय बैठक बुलाने पर विचार कर रहा है।

CEO एचआर श्रीनिवासन के अनुसार अगले 15 दिनों के अंदर यह बैठक हो सकती है। इसमें मान्यताप्राप्त राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय दलों के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे। बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर इस बार चुनाव में राजनीतिक दलों द्वारा वर्चुअल डिजिटल रैली की तैयारी चल रही है। ऐसे में आयोग आचार संहिता लगाने के बाद सोशल मीडिया खर्च में वर्चुअल डिजिटल रैली पर किए गए खर्च को जोड़ने पर विचार कर रहा है। आयोग के अनुसार अगर ऐसी रैलियां होती हैं तो उसका भी खर्च दलों को अपने चुनाव खर्च में शामिल करना होगा। जानकारी के अनुसार जल्दी ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय सभी राजनीतिक दलों से चुनाव को लेकर सलाह करेगा।

2 जून को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवासन ने सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर उन्हें चुनाव की तैयारी में लग जाने का निर्देश दिया था। निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिलों को निर्देश दिया कि वोटर लिस्ट, वोटर आईडी, ईवीएम की स्थिति को लेकर अद्यतन रिपोर्ट निर्वाचन आयुक्त उपलब्ध कराएं।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि तैयारियां ऐसी होंगी कि कोविड-19 से बचा जा सके और आम मतदाताओं को कोई कठिनाई न हो। बैठक में हमने सभी DM को कहा है कि चुनावी सम्बंधित तैयारी शुरू करें। ईवीएम, एपिक आदि को लेकर चुनावी संबंधी कामकाज आगे बढ़ाएं। बता दें कि बिहार में 24 नवंबर तक नई सरकार का गठन किया जाना है। चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार आने वाले समय की स्थिति को देखते हुए तय किया जाएगा कि चुनाव कितने चरणों में होंगे अथवा उसका प्रारूप क्या होगा।

आयोग इस बात पर भी नजर रखे हुए है कि आने वाले अक्टूबर नवंबर में दशहरा, दीपावली और छठ जैसे पर्व भी हैं। इस दौरान किस तरह से चुनाव के कार्यक्रम तय किए जाएं, आयोग इन पर भी विचार कर रहा है। गौरतलब है कि शारदीय नवरात्र 17 नवंबर से शुरू होगी और 25 अक्टूबर को दशहरा है, वहीं 14 नवंबर को दीपावली और 20 -21 नवंबर को छठ पर्व है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *